भोले भाले संतो को कब तक निशाना बनाया जाएगा। यदि कुछ ना मिले तो क्या उन पर झूठा इल्जाम लगाया जाएगा। ऐसा ही एक वाक्य सामने आ रहा है।गांव दड़बा कि बाबा देवनाथ का मामला सुर्खियों में बना हुआ है गांव की एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ के मामले में नित्य नई खबर आती है लेकिन इस मामले की सच्चाई का खुलासा करते हुए बाबा देव नाथ ने सनसनीखेज खुलासा किया है बाबा ने बताया कि दरअसल यह विवाद जमीनी कब्जे को लेकर तो है ही इसके अलावा बाबा ने अनुसूचित जाति जनजाति कानून के तहत गांव दड़वा के धर्मेंद्र सैनी जर्नल सैकटरी किसान मोर्चा भाजपा बलजीत सिंह सिद्धू अनिल दुबे पार्षद भाजपा नंदू ढाबे वाला और मिश्रा रेत इंट वाला इनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवा रखी है बाबा ने बताया कि उपरोक्त लोगों ने उन्हें जातिसूचक गालियां दी और जान से मारने की धमकी भी दी थी एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज हुए मामले में जो मुख्य महिला गवाह है उसके साथ प्रभा नमक महिला ने मारपीट की और ना मेरा दर्ज करवा दिया फिर इस मामले में समझौता कर लिया और मेरे खिलाफ सोनिया नामक महिला ने अपनी बेटी को मोहरा बनाते हुए मेरे खिलाफ छेड़छाड़ का झूठा मामला दर्ज करवा दिया और गजब की बात है कि उसकी मां अखबार में बयान दर्ज करवाती है कि 23 तारीख को बाबा ने छेड़छाड़ की जबकि 23 तारीख को मैं पुलिस हिरासत में था मैं किस तरह छेड़छाड़ कर सकता हूं दरअसल सारा ड्रामा मुझ पर मानसिक दबाव बनाने के लिए किया गया ताकि मेरी सामाजिक और धार्मिक छवि खराब हो तथा में डर कर या घबराकर अपना केस वापस ले लूं और डेरा छोड़कर चला जाऊं मुझे कुछ लोगों ने बताया कि सोनिया यह डेरा खाली करवाने के लिए पैसे लिए और इसी करके अपनी नाबालिग बेटी को हथियार बनाकर मुझ पर इस तरह झूठे बेबुनियाद इल्जाम लगाए मैं मीडिया से गुजारिश करता हूं कि मेरे बारे में किसी से आकर पूछ लें साथ ही यह भी प्रार्थना करता हूं कि मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए चाहे मामला सीबीआई भी जांच ले सांच को आंच नहीं और झूठ के पैर नहीं