कहा- भू-धंसाव को लेकर स्थिति स्पष्ट करे सरकार, लोगों को सता रही भविष्य की चिंता

तहसील परिसर में चल रहे आपदा प्रभावितों के आंदोलन को शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने समर्थन दिया है। वे सोमवार को धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि भू-धंसाव के लिए सरकार, संस्थाएं जिम्मेदार शामिल हैं। आखिर क्या कारण है कि इतने दिन बाद भी हमको पक्का पता नहीं है कि भू-धंसाव का कारण क्या है और आगे क्या होने वाला है। सरकार आपदा को लेकर स्थिति स्पष्ट करे।

उन्होंने कहा कि सरकार बिना विलंब करे प्रभावितों को बदरीनाथ मास्टर प्लान व ऑलवेदर रोड परियोजना की तर्ज पर लोगों को मुआवजा वितरित करे। इस दौरान बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने कहा कि आपदा प्रभावितों की आवाज को बुलंद किया जाएगा। बिना किसी राजनीति के सभी लोगों को इस आंदोलन को सहयोग देना चाहिए। कहा कि सरकार जल्द भू-धंसाव के कारणों को स्पष्ट करे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा ने कहा कि चिपको आंदोलन की इस धरती में दरकते पहाड़ चिंता का विषय हैं। हमें जोशीमठ के संरक्षण के लिए आगे आने की आवश्यकता है। इस मौके पर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती, प्रवक्ता कमल रतूड़ी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी आदि मौजूद रहे।

मंत्री डाॅ. धन सिंह ने किया हल्दापानी के प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण

स्वास्थ्य शिक्षा और जिले के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत ने नगर पालिका गोपेश्वर के हल्दापानी क्षेत्र में भू-धंसाव से प्रभावित मकानों का निरीक्षण किया। उन्होंने लोगों को भरोसा दिया कि सरकार प्रभावितों के साथ है। जल्द ही यहां भूस्खलन क्षेत्र का ट्रीटमेंट कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यहां ट्रीटमेंट के लिए सरकार ने बजट जारी कर दिया है।

गोपेश्वर के हल्दापानी क्षेत्र में भूस्खलन होने से अधिकांश घरों में दरार आई हुई है जिससे क्षेत्र के कई मकान जर्जर हो चुके हैं और लोग इन्हीं घरों में रहने के लिए मजबूर हैं। प्रभारी मंत्री ने क्षेत्र के घरों में जाकर दरारों को देखा। इस दौरान स्थानीय लोगों ने मंत्री को ज्ञापन दिया और ट्रीटमेंट के साथ लोगों को मुआवजा देने और प्रभावितों को विस्थापित करने की मांग की। इस दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष रमेश मैखुरी, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र रावत आदि मौजूद रहे।

पालिका अध्यक्ष ने हरसंभव मदद का भरोसा दिया

नगर पालिका गोपेश्वर की अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने सोमवार को सुभाषनगर, हल्दापानी व पठियालधार क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। उनके साथ भाजपा जिला महामंत्री कुलदीप सिंह वर्मा, तहसीलदार धीरज राणा और ऊषा फरस्वाण आदि मौजूद थे। संवाद

ज्योतिर्मठ आपदा बल का होगा गठन

भू-धंसाव से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए ज्योतिर्मठ आगे आया है। ज्योतिर्मठ ने ज्योतिर्मठ आपदा बल का गठन कर प्रभावित क्षेत्र के 30 युवाओं को बल में शामिल करने की योजना बनाई है। ये युवा प्रभावित परिवारों से संपर्क कर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे और स्वयं सेवी युवा प्रभावितों को राहत किट भी पहुंचाएंगे। ज्योतिर्मठ के प्रवक्ता बृजेश सती ने बताया कि ज्योतिर्मठ की ओर से इन स्वयं सेवी युवाओं को प्रतिमाह 10-10 हजार रुपये मानदेय भी दिया जाएगा। यह बल दो माह तक काम करेगा। ज्योतिर्मठ के प्रभारी मुकुंदानंद जी महाराज की देखरेख में आपदा क्षेत्र में राहत का काम किया जाएगा। आपदा प्रभावितों में अवसाद व हाईपरटेंशन की शिकायतें भी बढ़ रही हैं, जिसे देखते हुए यहां एक मनोविज्ञानिक, कॉर्डियोलॉजिस्ट व जनरल फिजिशियन की तैनाती भी की जाएगी।

घरों से सामान समेटने पहुंचे प्रवासी

देहरादून व अन्य मैदानी क्षेत्रों में रह रहे प्रवासी लोग भी आपदा की त्रासदी देखने के लिए जोशीमठ पहुंच रहे हैं। वे अपने घरों में बिताए दिनों को याद कर आंसू नहीं रोक पा रहे हैं। मनोहर बाग, सुनील, सिंहधार वार्डों के कई परिवार मैदानी क्षेत्रों में निवास करते हैं, जबकि मकान पर किरायेदार रहते हैं। भू-धंसाव होने पर लोग अब अपने घरों को देखने लौट रहे हैं। वे अपने घर की सामग्री को सुरक्षित स्थानों पर रख रहे हैं। सिंहधार वार्ड की रिचा और रितु का कहना है कि भू-धंसाव होने पर वे भी दो दिन पूर्व घरों को लौट आए थे। घर रहने लायक नहीं बचा है। सर्वेक्षण टीम ने घर पर लाल रंग का स्टीकर चस्पा किया है। अब फिर से देहरादून लौट रहे हैं

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