हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में चल रही दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न हो गई। इसमें भारत सहित रूस, अमेरिका आदि देशों के सनातन संस्कृति के विस्तार में जुटे अनेक शिक्षाविदों, विचारकों एवं विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय राज्य मंत्री दुर्गा दास उइके ने कहा कि सनातन संस्कृति भारतीय परंपरा की आधारशिला है। जिसने हमें पहचान और गर्व की भावना दी है। विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति के योगदान को समझना और उसकी महत्ता को पहचानना आवश्यक है।
राष्ट्रीय धर्म और संस्कृति के विकास के लिए हमें शक्ति की साधना करनी चाहिए। गायत्री परिवार का प्रत्येक स्वयंसेवक सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य कर रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता को बढ़ाने में सनातन संस्कृति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।