अयोध्या। ज्येष्ठ महीने के दूसरे मंगलवार पर रामनगरी में आस्था की लहरें प्रवाहित होती दिखीं। हनुमानगढ़ी जहां, आस्था खुद अपने चरणों से पतित पावन मार्ग प्रशस्त करती है, वहां ज्येष्ठ के दूसरे मंगल पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। प्रभात की बेला से ही गगनभेदी जयकारों से अयोध्या नगरी गुंजायमान हो उठी। सुबह हुई मूसलाधार बारिश व दोपहर से लेकर शाम तक प्रचंड धूप भक्तों की आस्था की परीक्षा लेती रही।