काशी के न्यायाधीश बाबा लाटभैरव के पांच दिवसीय विवाहोत्सव के आयोजित बृहस्पतिवार से शुरू होंगे। पहले दिन तिलकोत्सव होगा। वहीं, सात सितंबर को बाबा की बरात निकलेगी। सात सितंबर को चंद्रग्रहण लगने के कारण कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। बरात रात में निकलने के बजाय सुबह छह बजे निकलेगी।

बाबा लाटभैरव के विवाहोत्सव की तैयारी पूरी हो गई है। कपाल मोचन कुंड की सफाई, दीवारों पर आकर्षक रंग-रोगन, कुंड के चारों तरफ विशेष साजसज्जा की जा रही है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन के स्तर भी विशेष तैयारी की गई है। श्री कपाल भैरव अथवा लाट भैरव प्रबंधक समिति के शिवम अग्रहरि ने बताया कि सात सितंबर को बरात रात के बजाय सुबह छह बजे विशेश्वरगंज स्थित इन्ना माई की गली स्थित बसंत सिंह राठौर के निवास से निकलेगी। समय में परिवर्तन चंद्रग्रहण की वजह से किया गया है।

उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को शाम पांच बजे से बाबा के तिलक की शोभायात्रा कज्जाकपुरा स्थित मंदिर से विशेश्वरगंज शीतला माता मंदिर तक निकाली जाएगी। तिलक समिति के अध्यक्ष एवं पार्षद रोहित जायसवाल बाबा चढ़ाएंगे। सात को बरात का शुभारंभ विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी करेंगे। इस बार दो किमी की शोभायात्रा 10 घंटे के बजाय चार घंटे में ही पूरी होगी। सूतक काल से पहले ही वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न करा लिए जाएंगे। इसके बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। दोपहर 12 बजे तक श्रद्धालु मंदिर में बाबा के दर्शन कर सकेंगे।

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