श्रीबांकेबिहारी मंदिर में वर्ष में एक बार होने वाली मंगला आरती में श्रद्धालुओं को रोका गया। वहीं वीआईपी को शामिल होने की परमिशन दी गई।

श्रीबांकेबिहारी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर वर्ष में एक बार होने वाली मंगला आरती में इस बार कुछ अलग ही दृश्य देखने को मिला। आरती में केवल 600 लोगों को ही अनुमति दी गई थी। केवल पासधारक ही पहुंचे, लेकिन मंदिर में तमाम पुलिसकर्मी और उनके स्वजन आरती में शामिल हो गए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लग रहा है कि आरती के दौरान मंदिर में दो हजार से अधिक लोग मौजूद रहे। भीड़ के कारण खुद अधिकारी भी फंसे हुए नजर आए। उन्हें निकालने के लिए पुलिसकर्मियों को जद्दोजहद करनी पड़ी। फेसबुक पर ब्रजवासी तरह-तरह के कमेंट्स भी लिख रहे हैं। पुलिस प्रशासन के इस रवैये का विरोध भी हो रहा है।
मंदिर में टूट गई वर्षाें पुरानी परंपरा, नहीं सुनाई गई कथा
जब मंदिर में ठाकुर जी का पर्दे की ओट में अभिषेक और मंगला आरती होती है तो मंदिर के अंदर सेवायत श्रीमद् भागवत कथा में श्रीकृष्ण जन्म का प्रसंग सुनाते हैं, लेकिन इस बार सेवायतों ने ऐसा नहीं किया। मंदिर के उपप्रबंधक उमेश शर्मा ने बताया कि इस बार भी मंदिर के सेवायत ब्रजेश गोस्वामी से कथा सुनाने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने कह दिया कि मंदिर में आम श्रद्धालुओं को कथा सुनाई जाती है। जब वह ही नहीं तो कथा किसे सुनाएं।