वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि मंदिर में भीड़ का दबाव इतना अधिक था कि सांस लेना भी कठिन हो गया था। गार्ड असहाय नजर आ रहे थे।

मथुरा के वृंदावन में श्रद्धा और भक्ति का केंद्र माने जाने वाले श्रीबांकेबिहारी मंदिर में बुधवार को अत्यधिक भीड़ से हालात खराब रहे। मंदिर की अंदर धक्का-मुक्की से श्रद्धालु परेशान हो गए। श्रद्धालुओं का आरोप है कि मंदिर में अव्यवस्थाओं का ऐसा अंबार देखने को मिला कि दर्शन की बजाय जान बचाने की जद्दोजहद में लगे रहे। भीड़ का दबाव, धक्का-मुक्की और वीआईपी दर्शन की अव्यवस्था ने मन को खिन कर दिया। लखनऊ, कानपुर और हरदोई से आए श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रशासन और गोस्वामियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस भीड़ में श्रद्धा का भाव कैसे आए। श्रद्धालुओं ने बताया कि मंदिर में भीड़ का दबाव इतना अधिक था कि सांस लेना भी कठिन हो गया था। गार्ड असहाय नजर आ रहे थे और भीड़ नियंत्रण के कोई स्पष्ट इंतजाम नहीं थे।
हरदोई निवासी वंदना सिंह ने बताया कि वह अपने छोटे बच्चों के साथ मंदिर पहुंचीं, लेकिन अंदर भीड़ का ऐसा दबाव था कि बच्चे जमीन पर गिर पड़े और दबने लगे। कई गोस्वामियों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। किसी तरह बच्चों को बाहर निकाल सकीं।
लखनऊ से आईं वैशाली का कहना था कि मंदिर में गोस्वामी पैसे लेकर पर्ची काट रहे थे और लगातार भीड़ को अंदर भेज रहे थे। वीआईपी दर्शन के नाम पर भेदभाव हो रहा है। भीड़ नियंत्रण के लिए कोई इंतजाम नहीं था। कठघरे में दबने जैसी स्थिति बन गई थी। श्रद्धालु शिवांग ने कहा कि बड़ी श्रद्धा के साथ दर्शन को आए थे, लेकिन अंदर घुसते ही भगदड़ जैसी स्थिति देखी। धक्का-मुक्की से आहत होकर बिना दर्शन किए ही लौटना पड़ा।
हरदोई के शरद सिंह ने बताया कि मंदिर में तैनात सेवायत श्रद्धालुओं से उलझने को तैयार दिखे। सेवाभाव की जगह टकराव का माहौल बना हुआ है, जिससे श्रद्धा आहत होती है।