उत्तरकाशी। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने नगर कि विभिन्न समस्याओं को लेकर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी का घेराव किया। कहा कि उत्तरकाशी एक धर्म नगरी है और यहां धड़ल्ले से मांस बिक रहा है। इससे लोगों की धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने जल्द ही नगर क्षेत्र में मांस बेचने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
बुधवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता नगर पालिका परिषद में पहुंचे। वहां उन्होंने नगर पालिका के ईओ का घेराव किया। कहा कि हाईकोर्ट ने पहले ही आदेश दिया है कि गंगा नदी के 500 मीटर के दायरे में मीट मांस नहीं बेचा जा सकता लेकिन नगर पालिका इस पर कोई अंकुश नहीं लगा रही है। इतना ही नहीं मांस का अवशेष पदार्थ भागीरथी में डाले जा रहे हैं। इससे गंगा प्रदूषित हो रही है।
कूड़ा उड़कर भागीरथी नदी में जा रहा है। साथ ही जनपद में बड़ी मात्रा में फेरी, रेड़ी के नाम पर घुसपैठ हो रहा है जिसको रोकना आवश्यक है। बस अड्डे के पास कुछ सब्जी विक्रेताओं ने हाईवे पर सब्जी की दुकानें खोली हुई है लेकिन नगर पालिका उसे भी नहीं हटा पा रही है। यदि जल्द ही समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
इस मौके पर दिनेश पंवार, कृति महर, महिपाल पंवार, उमेद सिंह चौहान, कुलवीर सिंह राणा, राकेश रमोला, मुनेंद्र रावत, सुशील शर्मा, धर्मेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।अधिशासी अधिकारी शालनी चित्राण का कहना है कि नगर पालिका बोर्ड बैठक में विचार हुआ है कि उत्तरकाशी को धार्मिक नगरी घोषित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। मांस पर भी लगातार नगर पालिका निगरानी बनाए हुए है। साथ ही जनवरी तक कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था पर कार्य चल रहा है।