वाराणसी के दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में यह विहंगम आयोजन चल रहा है। 300 से ज्यादा कुंडों में साधकों ने आहुतियां दीं। मंत्रोंच्चारण से पूरा परिसर गुंजायमान हो रहा था।

पूर्णिमा महोत्सव के दूसरे दिन 10 हजार साधकों ने मंत्र दीक्षा लेकर तंत्र क्रिया योग में प्रवेश किया। 300 से अधिक हवन कुंडों पर एक साथ साधकों ने आहुतियां अर्पित करके पंचमहाभूत शुद्धि यज्ञ संपन्न कराया। मिश्री मठ हरिद्वार के तृतीय मठाधिपति पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव के सानिध्य में 60 हजार साधकों ने काशी में एक लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया।
सोमवार को दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में चल रहे त्रिदिवसीय पूर्णिमा महोत्सव के द्वितीय दिवस पर पूर्ण गुरु करौली शंकर महादेव के सानिध्य में सामूहिक यज्ञ अनुष्ठान संपन्न हुआ। साधकों ने पंचमहाभूत शुद्धि एवं सिद्धि के लिए हवन में आहुति दी। इस अवसर पर साधकों का चयन कर उन्हें मंत्र दीक्षा एवं तंत्र क्रिया योग के विभिन्न चरणों में प्रवेश भी दिलाया गया। पूर्ण गुरु ने भक्तों का स्वागत करते हुए कहा कि काशी की पावन भूमि पर हवन में आहुति देना परम सौभाग्य का विषय है।