प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से लौटे धर्मनगरी के संत आयोजन को लेकर अभिभूत हैं। प्रधानमंत्री के संतों से आशीर्वाद लेने पर महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद ने कहा कि यह प्रधानमंत्री के सनातनी होने और उनकी महानता को दर्शाता है। हरिसेवा आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद ने कहा कि विहिप और आरएसएस के उन दिनों के मंच पर जब तमाम युग पुरुष विराजमान होते थे तो उन दिनों मोदी मात्र स्वयंसेवी के रूप में शामिल होते रहे। समय आया तो उन्हें गुजरात की कमान मिली। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल राष्ट्र के सेवक नहीं, बल्कि विश्व के सर्वमान्य नेता के रूप में हैं। प्राण प्रतिष्ठा संपन्न कर प्रधानमंत्री का उन संतों से मिलना, जिन्होंने आंदोलन को अपने खून पसीने सेे गति दी, यह सबसे बड़ा सम्मान है। उन्होंने कहा कि सामने आकर हाथ जोड़कर नाम से संबोधित करते हुए कुशलता पूछने से मैं काफी आह्लादित हूं।

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