काशी में अन्नकूट की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यहां मणिमंदिर में 101 क्विंटल और अन्नपूर्णा मंदिर में 511 क्विंटल का छप्पन भोग लगेगा। इसके लिए पांच हजार घरों से रसोई आएगी।

शिव की नगरी में अन्नकूट की तैयारियां अब अंतिम दौर में हैं। कहीं लड्डुओं के मंदिर बनेंगे तो कहीं छप्पन भोग की झांकी सजेगी। मंदिरों में छप्पन भोग तो तैयार हो रही हैं, घरों में भोग की थाली तैयार होगी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, मां अन्नपूर्णा, मां विशालाक्षी, बड़ा गणेश सहित धर्मसंघ परिसर स्थित मणिमंदिर में भव्य रूप में अन्नकूट की झांकी सजाई जाएगी। धर्मसंघ स्थित मणिमंदिर में होने वाला अन्नकूट महोत्सव इस बार बेहद खास होगा। मंदिर में 101 क्विंटल का छप्पन भोग सजाया जाएगा। वहीं, पांच हजार घरों से तैयार रसोई भी महालक्ष्मी को अर्पित की जाएगी। धर्मसंघ के महामंत्री पं. जगजीतन पांडेय ने बताया कि घरों की रसोई में तैयार भोग से मंदिर में अन्नकूट की झांकी सजाई जाती है। इस बार घर की रसोई के लिए डिजिटल फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। अन्नपूर्णा मंदिर में इस बार 511 क्विंटल का अन्नकूट सजाया जाएगा। मां विशालाक्षी देवी के महंत राधेश्याम दुबे ने बताया कि माता के दर्शन के लिए दो नवंबर को सुबह पांच बजे मंदिर के पट खुल जाएंगे। मां विशालाक्षी की झांकी विभिन्न प्रकार के लड्डू से सजाया जाएगा। बड़ा गणेश मंदिर में भी दो नवंबर को अन्नकूट की झांकी सजेगी। इसके अलावा शहर के अन्य छोटे-बड़े मंदिरों में भी अन्नकूट की झांकी सजाई जाएगी।