पांच सितंबर को भूटान के प्रधानमंत्री अयोध्या आएंगे। यहां वह श्रीरामलला, हनुमानगढ़ी समेत प्रमुख मंदिरों में दर्शन-पूजन करेंगे। इसको लेकर रामनगरी में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर एटीएस और एसटीएफ की निगरानी रहेगी।

भूटान के प्रधानमंत्री दासो शेरिंग टोबगे शुक्रवार को अयोध्या के दौरे पर आ रहे हैं। उनका यह दौरा धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे भारत पहुंच चुके हैं। वे इस समय बिहार प्रवास पर हैं। पांच सितंबर की सुबह लगभग 9:30 बजे महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेंगे।
महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट से लगभग 15 किलोमीटर दूर उनके काफिले को प्रयागराज और लखनऊ-गोरखपुर हाईवे होते हुए राम मंदिर लाया जाएगा। इस दौरान हाईवे की एक लेन पर आवागमन बंद रहेगा। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पीएसी, सीआरपीएफ, एसएसएफ और सिविल पुलिस सभी को उनकी सुरक्षा में तैनात किया जाएगा। सभी सुरक्षा एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही एटीएस और एसटीएफ भी उनकी यात्रा की निगरानी करेंगी।
सुरक्षा और दर्शन व्यवस्था को लेकर की जा रही समीक्षा
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है। इसको देखते हुए सुरक्षा और दर्शन व्यवस्था को लेकर लगातार समीक्षा की जा रही है। भूटान के प्रधानमंत्री का यह दौरा न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि भारत और भूटान के आपसी रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने का भी प्रतीक है। दर्शन-पूजन के बाद भूटानी प्रधानमंत्री अयोध्या एयरपोर्ट से लगभग 1.30 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।