अयोध्या के मंडल आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि मंदिर का मुख्य मार्ग रामपथ दिनभर श्रद्धालुओं से अटा रहा। उत्साह इस कदर था कि सुबह भीषण शीतलहर के बावजूद हजारों श्रद्धालु सर्पाकार कतारों में भक्तिभाव में लीन होकर मंदिर खुलने का इंतजार करते दिखे।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन मंदिर मंगलवार को जब श्रद्धालुओं के लिए खुला, तो रामभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर खुलने का समय सुबह सात बजे है, लेकिन रामजन्मभूमि पथ पर तड़के तीन बजे से ही श्रद्धालु डट चुके थे। भक्तों की आस्था ने दर्शन का भी नया रिकॉर्ड बनाया। मंगलवार को पांच लाख श्रद्धालुओं ने श्रीराम दरबार में हाजिरी लगाई। मंदिर में रात नौ बजे तक दर्शन कराए गए। इंतजाम सुचारु बनाने के लिए शाम को सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने अयोध्या पहुंच श्रद्धालुओं से धैर्य रखने का आग्रह किया। इस बीच, अयोध्या आने वाले रोडवेज बसों को भी रोकना पड़ा। अयोध्या के मंडल आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि मंदिर का मुख्य मार्ग रामपथ दिनभर श्रद्धालुओं से अटा रहा। उत्साह इस कदर था कि सुबह भीषण शीतलहर के बावजूद हजारों श्रद्धालु सर्पाकार कतारों में भक्तिभाव में लीन होकर मंदिर खुलने का इंतजार करते दिखे। इनमें से अधिकतर तीन दिन से यहीं रुके थे। रामपथ, धर्मपथ व रामजन्मभूमि पथ पर पांव रखने तक की जगह नहीं थी। बाहरी वाहनों के रोक के बावजूद श्रद्धालु पैदल ही अयोध्या पहुंच गए थे। मंदिर खुलते ही भक्त उमड़ पड़े। हालांकि, दर्शन के लिए उन्हें कुछ पल का ही समय मिल सका। दोपहर करीब दो घंटे हुजूम इतना बढ़ा कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षाकर्मी जूझते दिखे। अयोध्या में दिनभर श्रीराम के जयकारे गूंजते रहे। मंदिर परिसर पहुंचने के बाद योगी ने श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए लागू की गई व्यवस्था को परखा। उन्होंने प्रमुख सचिव-गृह व डीजी प्रशांत से रिपोर्ट ली। सीएम ने माइक के जरिये मंदिर और अयोध्याधाम में मौजूद रामभक्तों से सीधा संवाद किया। कहा, श्रद्धालु धैर्य बनाए रखें। कतार में बारी का इंतजार करें। किसी को निराश नहीं करेंगे, सभी को दर्शन कराए जाएंगे।