हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अमला अखाड़े के किनारे मौजूद रहे। इसमें महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद, डॉ. उदिता त्यागी, अयोध्या की हनुमानगढ़ी के संत राजू दास और संत कालीचरण भी शामिल हुए।

जूना अखाड़े के परिसर में दूसरे दिन भी धर्म संसद का आयोजन किया गया। हालांकि पुलिस और प्रशासनिक अमला अखाड़े के किनारे मौजूद रहे। इसमें महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद, डॉ. उदिता त्यागी, अयोध्या की हनुमानगढ़ी के संत राजू दास और संत कालीचरण भी शामिल हुए।संतों ने अधिकारियों पर जमकर आक्रोश जताया और मां बगलामुखी का हवन कर उनको सद्बुद्धि प्रदान करने की कामना की। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने कहा कि अब तक वह सनातन की रक्षा और मुस्लिम आतंकवाद के विनाश की कामना के साथ जप, तप और साधना के साथ मुखरता से बात रखते रहे हैं। पहली बाद उनको इस तरह आत्मग्लानि हुई कि प्रशासनिक अधिकारियों और उनके संरक्षकों के विनाश के लिए यज्ञ में आहुति दी है।
धर्म संसद में शामिल हुए संत
धर्म संसद में श्रीमहंत महाकाल गिरी, श्रीमहंत सत्यानंद गिरी, साध्वी आस्था मां, आचार्य मानव, साध्वी निर्मला, यति परमात्मानंद गिरी, महंत अविराम दास, योगी सरोजनाथ, यति यतेंद्रानंद, यति कृष्णानंद गिरी, यति सत्यदेवानंद, आचार्य गिरधर स्वामी, स्वामी चंद्र देव महाराज, जगतगुरु स्वामी अवधेश प्रपन्नाचार्य, यति निर्भयानंद गिरी, यति सत्यानंद गिरी, यति रणसिंहानंद गिरी, यति असीमानंद गिरी, यति अभयानंद गिरी, यति रामस्वरूपानंद गिरी समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।