व्यापारियों ने कटड़ावासियों और घोड़ा, पिट्ठू, पालकी का काम करने वाले मजदूरों के साथ कस्बे में रोष रैली निकाली। बाणगंगा से चरण पदुका मंदिर क्षेत्र और आधार शिविर कटड़ा में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।

धर्मनगरी के मुद्दों को लेकर व्यापारियों और संगठनों की कॉल पर बुधवार को कटड़ा छह घंटे बंद रहा। घोड़ा, पिट्ठू, पालकी सुविधा न मिलने से मां वैष्णो के दरबार आने वाले भक्तों को परेशान होना पड़ा। संगठन दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेस वे नए ताराकोट मार्ग के साथ जोड़ने, इसी मार्ग पर श्राइन बोर्ड की प्रस्तावित रोपवे परियोजना, घोड़ा, पिट्ठू व पालकी सेवाएं देने वाली कंपनी और वन टोल प्लाजा की मनमानी का विरोध कर रहे हैं। व्यापारियों ने कटड़ावासियों और घोड़ा, पिट्ठू, पालकी का काम करने वाले मजदूरों के साथ कस्बे में रोष रैली निकाली। बाणगंगा से चरण पदुका मंदिर क्षेत्र और आधार शिविर कटड़ा में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। रैली शालीमार पार्क से अप्पर बाजार, मुख्य बाजार, मुख्य बस अड्डा, जम्मू मार्ग से एशिया चौक पहुंची। यहां विभिन्न दलों व संगठनों ने 3 घंटे धरना दिया। मांगों को लेकर आश्वासन पर शाम चार बजे धरना बंद कर दिया गया।
कटड़ा बंद से मां वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को दिनभर परेशान होना पड़ा। बाजार बंद होने से श्रद्धालु प्रसाद तक नहीं खरीद सके। वहीं, मां के दरबार तक घोड़ा, पिट्ठू और पालकी सुविधा नहीं मिल पाई। विशेष कर दिव्यांग व बुजुर्ग श्रद्धालुओं को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी। सबसे ज्यादा परेशानी भवन मार्ग पर मंदिर तक झेलनी पड़ी।