हर अभ्यर्थी से 10 से 15 लाख रुपये लिए गए थे। कुल मिलाकर खेल करीब 20 से 25 करोड़ रुपये का हुआ। भी तक करीब 90 लाख रुपये की बरामदगी हो पाई है। एसटीएफ बीते 15 दिनों से इस मामले की जांच कर रही है। इसमें अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा में 200 से अधिक अभ्यर्थियों ने पेपर खरीदा था। अब तक की एसटीएफ की जांच में इस बात की पुष्टि हो चुकी है। हर अभ्यर्थी से 10 से 15 लाख रुपये लिए गए थे। कुल मिलाकर खेल करीब 20 से 25 करोड़ रुपये का हुआ।

इनमें से अभी तक करीब 90 लाख रुपये की बरामदगी हो पाई है। एसटीएफ बीते 15 दिनों से इस मामले की जांच कर रही है। इसमें अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से चार सरकारी कर्मचारी हैं और तीन संविदा पर तैनात कर्मचारी हैं, जबकि छह कर्मचारी प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले हैं। अब तक जांच में करीब 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार, सभी ने इन्हीं कर्मचारियों के नाम बताए हैं। इसी आधार पर अब एसटीएफ इन लोगों के खिलाफ और पुख्ता सबूत तलाशने में जुट गई है।

जांच में पता चला कि इन लोगों ने अलग-अलग गिरोह बनाकर करीब 200 लोगों को यह पेपर बेचा था। इनमें से सबसे अधिक अभ्यर्थी उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र के हैं। हरेक से 10 से 15 लाख रुपये वसूले गए थे। अधिकतर को पेपर को सोशल मीडिया के माध्यम से सर्कुलेट किया गया था, जबकि, कुछ जगहों पर होटल, रेस्तरां और गेस्ट हाउस में बैठकर बांटा गया था। हालांकि, अभी तक किसी अभ्यर्थी को इस मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है।
मनोज जोशी को फिर लिया रिमांड पर 
आरोपी मनोज जोशी को एसटीएफ ने एक बार फिर से रिमांड पर लिया है। उससे पूछताछ करने के लिए एसटीएफ उसे कुमाऊं लेकर गई है। वहां पर पूछताछ के बाद उसे कई लोगों के बारे में जानकारी मिल सकती है। पहले उसे रिमांड में लेकर एसटीएफ ने कुछ ब्लैंक चेक और 10 लाख रुपये से अधिक कैश बरामद किया था। हालांकि, अब उसके पास से क्या मिलने वाला है, यह रिमांड से लौटने पर ही पता चल पाएगा।

By Tarun

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