ब्रज की होली विश्व प्रसिद्ध है। होली के पर्व पर यहां सदियों पुरानी लीलाएं जीवंत हो जाती हैं। इनमें भक्त प्रहलाद की लीला भी शामिल हैं, जो हर वर्ष मथुरा के गांव फालैन में होती है।

मथुरा के कोसीकलां में प्रह्लाद नगरी के नाम से अलंकृत गांव फालैन में दहकती होलिका के अंगारों से निकलने के लिए एक बार फिर मोनू पंडा ने एक माह का तप धारण कर लिया। निर्धारित समय तक वह मंदिर में रहकर पूजा पाठ करेगा और 25 मार्च की सुबह जलती होलिका से निकलेगा। इस कारनामे को मोनू पंडा इस बार पांचवीं बार करेगा। शेरगढ़ रोड स्थित गांव फालैन में प्राचीन परंपरा के अनुसार भक्त प्रह्लाद सरीखी भक्ति में शक्ति का परिचय कराने वाला दो दिवसीय पंडा मेला होगा। शनिवार को प्रह्लाद मंदिर में इसके लिए पंचायत द्वारा चयनित मोनू पंडा एक बार फिर एक माह के तप पर बैठने के लिए पहुंचा। बैंडबाजों के साथ नाचते-गाते ग्रामीण मोनू पंडा के साथ गांव की परिक्रमा करने निकल पड़े। रंग-गुलाल और अबीर की बौछार के बीच होली के पद गायन पर महिला-पुरुष जमकर थिरके। मंदिर पर पहुंचकर मोनू पंडा ने एक माह के तप एवं व्रत को धारण किया।