चारधाम यात्रा पर जाने के लिए तीर्थयात्रियों को पंजीकरण कराने के लिए काउंटर पर चार घंटे तक लंबा इंतजार करना पड़ा। इस दौरान सैकड़ों तीर्थयात्री लाइन लगाए रहे। पहले चारधाम और फिर दो धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों का पंजीकरण किया गया। एसडीआरएफ के कोटे से 1700 तीर्थयात्रियों का पंजीकरण किया गया। देर शाम तक काउंटर पर सैकड़ों तीर्थयात्री पंजीकरण के लिए खड़े थे।सुबह छह बजे से सैकड़ों तीर्थयात्री पंजीकरण के लिए लाइन पर लग गए थे। पंजीकरण कराने वाले तीर्थयात्रियों की भीड़ इतनी थी कि टिनशेड से आगे जो टेंट लगा था, वह भी भर गया था। कुछ तीर्थयात्रियों की लाइन पंजीकरण काउंटर से पर्यटन विभाग के कार्यालय तक लगी थी। सुबह 10 बजे एसडीआरएफ के कोटे से चारधाम के लिए पंजीकरण शुरू हुआ। इस दौरान दो धाम की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्री भी लाइन पर लग गए। उन्हें एनाउंसमेंट करके पीछे हटाया गया। कुछ तीर्थयात्री दो धाम की यात्रा पंजीकरण कराने के लिए शाम छह बजे तक परिसर में ही खड़े होकर इंतजार करते रहे।
शाम छह बजे के बाद दो धाम के लिए पंजीकरण शुरू किया गया। एसडीआरएफ का चारधाम यात्रा का स्लॉट फुल होने के बाद उसे बंद किया गया। आईएसबीटी परिसर में हर जगह तीर्थयात्री ही नजर आ रहे थे। मेडिकल काउंटर के बाहर भी तीर्थयात्रियों ने डेरा जमा रखा था। यात्रा प्रशासन के वैयक्तिक अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को अन्य दिनों के मुकाबले तीर्थयात्रियों की भीड़ अधिक थी।
छह काउंटर बढ़ाए गए
तीर्थयात्रियों का जल्द पंजीकरण के लिए एसडीआरएफ की ओर से छह अतिरिक्त काउंटर बढ़ाए गए। अन्य दिनों में 10 काउंटरों पर ही पंजीकरण किया जाता है। एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए छह पंजीकरण काउंटर अतिरिक्त बढ़ाए गए।