हरिद्वार। चारधाम यात्रा में पंजीकरण की लिमिट खत्म होने से यात्रियों को राहत मिली है। पंजीकरण कराने के लिए आ रहे यात्रियों को निराश नहीं लौटना पड़ रहा है। देवभूमि उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य रूप से किए गए हैं। बिना पंजीकरण के किसी भी धाम के दर्शन नहीं कराए जाते हैं, लेकिन अभी तक पंजीकरण कराने की लिमिट निर्धारित की गई थी। जिससे पंजीकरण कराने के लिए मारामारी रहती थी। यात्री आधी रात में ही पंजीकरण कराने के लिए लाइनों मे जुटना शुरू हो जाते थे। पर इसके बावजूद भी यात्रियों को ऋषिकुल मैदान पर बनाए गए काउंटर से बिना पंजीकरण बैरंग लौटना पड़ता था। पिछले सप्ताह पंजीकरण की लिमिट व्यवस्था खत्म कर दी गई थी। सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक काउंटरों पर अनलिमिटेड पंजीकरण कराए जाने की व्यवस्था की गई है। जिससे अब यात्रियों को लंबी-लंबी लाइनों में खड़े होकर पंजीकरण नहीं कराने पड़ रहे हैं। पंजीकरण के लिए लोगों को जद्दोजहद भी नहीं करनी पड़ रही है। जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुरेश कुमार सिंह यादव ने बताया कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी यात्रियों के पंजीकरण किए जा रहे हैं। उन्हें बिना पंजीकरण के वापस नहीं लौटना पड़ रहा है।