गोरखपुर के कुसम्ही जंगल स्थित वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन। ऐसा गांव जहां दीपोत्सव पर हर दीप ‘योगी बाबा’ के नाम से जलता है। साल दर साल यह परंपरा ऐसी मजबूत हो गई है कि 60 साल के बुजुर्ग भी बच्चों की तरह जिद करते हुए बोलते हैं कि बाबा नहीं आएंगे तो दीया नहीं जलाएंगे। बाबा यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
करीब ढाई दशक पहले बतौर सांसद एवं गोरक्षपीठ उत्तराधिकारी के रूप योगी आदित्यनाथ ने वनटांगियों के साथ दिवाली मनाने की जो परंपरा शुरू की, वह उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद भी जारी है। उनकी दीवाली की शुरूआत ही इस बस्ती से होती है। इस बार भी उनके आगमन के दिवाली पर सीएम योगी का बस्ती के हर किसी को शिद्दत से इंतजार है। इसके मद्देनजर तैयारियां जोरों पर हैं।