गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए गृह विभाग ने एडिशनल एसपी और डिप्टी एसपी का कार्यालय बनाने, कंट्रोल रूम की स्थापना करने और सीसीटीवी कैमरा सिस्टम को अपग्रेड करने की स्वीकृति भी प्रदान कर दी है। इसके अलावा मंदिर परिसर में एयरपोर्ट की तर्ज पर छह थर्मल कैमरे भी स्थापित किए जा रहे हैं।

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था और चाक-चौबंद होगी। इसके लिए मंदिर परिसर के बाहर दक्षिण की तरफ दशहरी बाग के पास उत्तर प्रदेश प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की बैरक का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए जमीन भी चिह्नित कर ली गई है। जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसके अलावा पूरे मंदिर परिसर में एयरपोर्ट की तर्ज पर थर्मल कैमरे लगेंगे। प्रदेश के गृह विभाग ने मंदिर की सुरक्षा प्रबंधों के लिए बजट जारी कर दिया है। पीएसी बैरक में पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के लिए आवास के साथ ही बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। बच्चों के लिए खेलने का मैदान और कैंटिन का निर्माण भी कराया जाएगा।
गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए गृह विभाग ने एडिशनल एसपी और डिप्टी एसपी का कार्यालय बनाने, कंट्रोल रूम की स्थापना करने और सीसीटीवी कैमरा सिस्टम को अपग्रेड करने की स्वीकृति भी प्रदान कर दी है। इसके अलावा मंदिर परिसर में एयरपोर्ट की तर्ज पर छह थर्मल कैमरे भी स्थापित किए जा रहे हैं। इसके लिए गृह विभाग ने करीब 80 लाख रुपये की धनराशि जारी कर दी है। यही नहीं, गोरखनाथ मंदिर में प्रवेश द्वार पर फेस रिकग्निशन कैमरे लगाने की भी तैयारी चल रही है। इससे यहां आने-जाने वाले लोगों के चेहरे स्कैन हो जाएंगे। इधर, गोरखनाथ थाने के ठीक सामने से रसूलपुर दशहरी बाग की तरफ जाने वाली सड़क के पास मंदिर से सटे पुलिस अधिकारियों के लिए कार्यालय और कंट्रोल रूम का ढांचा बनकर तैयार हो गया है। बजट मिलने से इसके निर्माण में और तेजी आ जाएगी।
मंदिर परिसर से सटे दक्षिण छोर पर पीएसी बैरक का निर्माण जल्द शुरू होगा। परिसर में थर्मल कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। मंदिर के मुख्य द्वार के पास ही एसपी कार्यालय व कंट्रोल रूम का निर्माण चल रहा है। बहुत जल्द तैयार हो जाएगा।