सावन महीने को लेकर काशी नगरी में तैयारियां शुरू हो गई हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर और जिला प्रशासन ने मिलकर भक्तों और कांवड़ियों के लिए खास तैयारी की है। जिले में जगह-जगह उनके लिए विशेष व्यवस्था होगी।

Savan Baba darshan will be possible after walking from Ganga Dwar and Dashashwamedh barricading

श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन, पूजन और जलाभिषेक के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर क्षेत्र में ढाई से तीन किलोमीटर पैदल चलना होगा। सावन की भीड़ को देखते हुए धाम क्षेत्र के आसपास एंड टू एंड स्टील की बैरिकेडिंग लगाने का काम शुरू हो चुका है। गंगा द्वार की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को तीन किलोमीटर और दशाश्वमेध घाट की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को ढाई किलोमीटर से ज्यादा पैदल चलना होगा।

सावन महीने में देश भर से श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए काशी आएंगे। इस बार मंदिर ने दर्शन पूजन के लिए सावन भर प्रोटोकॉल को पूरी तरह से बंद कर दिया है। इसके कारण हर श्रद्धालु को कतार में लगकर ही बाबा विश्वनाथ का दर्शन करना होगा। 

दशाश्वमेध घाट से स्टील की बैरिकेडिंग का काम शुरू हो चुका है और इसे गेट नंबर चार तक लगाया गया है। वहीं चौक की तरफ से गेट नंबर चार की तरफ भी स्टील की बैरिकेडिंग लगाई जा रही है। इसके साथ ही गंगाद्वार पर स्थायी शेड लगाने का काम भी अब लगभग पूरा हो चुका है। श्रद्धालु रेड कार्पेट से होकर धाम में प्रवेश करेंगे।

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