सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस अधिकारियों ने भी अब कसरत तेज कर दी है। 10 जनवरी को पैरामिलिट्री फोर्स की 5 कंपनियां हरिद्वार पहुंच जाएंगी। कुंभ मेले में भीड़ नियंत्रण पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। इसके लिए कुंभ मेला पुलिस जल्दी ही पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश दिल्ली पंजाब हरियाणा और हिमाचल के पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक करने जा रही है। बैठक में भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा, वीआईपी मूवमेंट आदि बिंदुओं पर समन्वय स्थापित करने के लिए चर्चा की जाएगी के

कुंभ मेले में सुरक्षा की कमान संभाल रहे आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि आने वाला मकर संक्रांति के गंगा स्नान पर भी लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। स्नानों के दौरान भीड़ नियंत्रण ही सबसे बड़ी चुनौती होती है। मकर संक्रांति स्नान भी कुंभ पुलिस की देखरेख में होगा। कुंभ मेला पुलिस इसे कुंभ के बड़े स्नानों के ट्रायल के रूप में देख रही है। आईजी ने कहा कि कुंभ मेला पुलिस पड़ोसी राज्यों से समन्वय रखकर काम करेगी। उत्तराखंड शासन की ओर से पड़ोसी राज्यों को वार्ता के लिये पत्र भेजा जा चुका है। जल्दी ही बैठक आयोजित की जाएगी।

सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल करेगी निगरानी
कुंभ मेले के दौरान राष्ट्र विरोधी पोस्ट करने और संप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी। डीजीपी अशोक कुमार ने कुंभ मेले में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। यह सेल संप्रदायिक और राष्ट्र विरोधी पोस्ट करने वालों पर निगरानी रखेगी। हरिद्वार में शुरू होने वाला कुंभ मेला बेहद नजदीक है

इस बार पुलिस भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई नई तकनीकों को शामिल कर रही है। पिछले कुंभ मेले के मुकाबले 2021 में आयोजित हो रहे कुंभ मेले में सोशल मीडिया का उपयोग बड़े पैमाने पर होगा। ऐसे में संप्रदायिक और आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट पर लगाम लगाने के लिए मेले में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल स्थापित होगी।

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