श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक एवं सहायकों ने विधि विधान से समस्त अनुष्ठान संपन्न कराए। शाम को भगवान शंकराचार्य की प्रतिमा पर शंकराचार्य कृत स्तोत्रों का सस्वर पाठ कर सांध्य अर्चना संपन्न की गई।

वैशाख शुक्ल पंचमी तिथि पर रविवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम में आदि शंकराचार्य की जयंती मनाई गई। धाम में विराजमान आदिशंकराचार्य की प्रतिमा का त्रिपुंड अभिषेक किया गया। न्यास के सदस्य और अधिकारियों ने प्रतिमा पर पुष्पसज्जा कर भगवान शंकराचार्य की शास्त्रोक्त आराधना की। धाम में शंकराचार्य भगवान की मंत्रोच्चार सहित आरती कर त्रिपुंड अभिषेक किया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास सनातन महापुरुषों, संतों, महात्माओं और अवतारों की सतत आराधना के उत्सव आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
संविवि में मनाई गई शंकराचार्य की 1236वीं जयंती
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में रविवार को आदि शंकराचार्य की 1236वीं जयंती मनाई गई। वेदमंत्रों के बीच शंकराचार्य की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस दौरान पूरा परिसर वैदिक मंत्रोच्चार से गूंजता रहा। विश्व कल्याण, संस्था की समृद्धि और संस्कृत के संरक्षण- संवर्धन के लिए प्रार्थना की गई।