मां अन्नपूर्णा मंदिर का कुंभाभिषेक एवं अन्नपूर्णा देवी प्रतिष्ठा संस्कार को लेकर काशीवासी काफी उत्साहित हैं। यह आयोजन पहली बार होने जा रहा है। इसको लेकर खास तैयारियां भी की जा रही हैं।

शृंगेरी शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य विधुशेखर भारती शुक्रवार को नौ दिवसीय प्रवास पर काशी पहुंचेंगे। उनके स्वागत और अभिनंदन के लिए काशीवासी उत्साहित हैं। वह अन्नपूर्णा मंदिर के कुंभाभिषेक में शामिल होंगे। उनके सानिध्य में विभिन्न अनुष्ठान होंगे।
महमूरगंज स्थित शृंगेरी मठ में अध्यक्ष एवं प्रबंधक चल्ला अन्नपूर्णा प्रसाद ने बताया कि शंकराचार्य नौ फरवरी तक काशी प्रवास के दौरान अन्नपूर्णा मंदिर स्वर्ण शिखर के कुंभाभिषेक, मूर्तिप्रतिष्ठा, चतुर्वेदपारायण, 18 पुराणों के पारायण, विश्वेश्वराधन, वेदसभा, शास्त्रार्थ सभा, नागरिक अभिनंदन आदि कार्यक्रमों में शामिल होंगे। शुक्रवार को उनके आगमन पर शहर में आठ द्वार बने हैं।
शंकराचार्य इन अनुष्ठानों में लेंगे भाग
शंकराचार्य की अगुवाई में 31 जनवरी को शाम बजे से शोभायात्रा निकलेगी। शाम 6:30 बजे मां अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन करेंगे। रात आठ बजे शृंगेरी मठ आएंगे। यहां स्वागत सभा के साथ चंद्रमौलीश्वर पूजा होगी। एक फरवरी को सुबह पांच बजे काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजा, सुबह नौ बजे से कोटि कुंकुमार्चन का संकल्प, 9:30 बजे से मोदक महा गणपति हवन की पूर्णाहुति, सुबह 10 बजे से विशालाक्षी मंदिर में दर्शन करेंगे। सुबह 11 बजे हनुमान घाट में राजराजेश्वरी मंदिर में दर्शन, शाम 5:30 बजे भक्तों के लिए जगतगुरु का दर्शन, पाद पूजा, वस्त्र समर्पण आदि होंगे। दो फरवरी को सुबह नौ बजे से सहस्त्रचंडी महायज्ञ का संकल्प लेंगे। शाम छह बजे से शंकराचार्य का प्रवचन होगा। तीन फरवरी को सुबह नौ बजे से मां अन्नपूर्णा मंदिर में महाकुंभाभिषेक के अनुष्ठान में शामिल होंगे। शृंगेरी मठ केदारघाट में भक्तों को दर्शन देंगे। चार फरवरी को सुबह आठ बजे से महारुद्र यज्ञ का संकल्प श्रृंगेरी मठ केदारघाट में, नौ बजे से गंगा स्नान, केदारेश्वर व चिंतामणि गणेश मंदिर में दर्शन, दिन में 12:30 बजे से रथ सप्तमी भगवान सूर्य नारायण की पूजा, शाम को 5:30 बजे भक्तों को दर्शन देंगे।
साढ़े चार किलो सोने से मढ़े मां अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर का होगा कुंभाभिषेक
मां अन्नपूर्णा मंदिर कुंभाभिषेक और विविध अनुष्ठान के लिए तैयार हो चुका है। एक से नौ फरवरी तक विविध अनुष्ठान होंगे। साढ़े चार किलो सोने की आभा से मां अन्नपूर्णा का शिखर चमक उठा है। करीब 3.5 करोड़ रुपये की लागत से स्वर्णमंडित हुए शिखर की नक्काशी उभर आई है। कमल के फूल, नागवेल सहित अन्य मांगलिक प्रतीक स्पष्ट दिख रहे हैं।