आज तड़के लगाई जाने वाली पवित्र डुबकी के लिए साधु-संतों से लेकर श्रद्धालु परिवारों तक में उत्साह चरम पर है।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के मौके पर रामनगरी का हर घाट और हर गली आस्था की रोशनी में नहाई हुई है। सरयू तट पर श्रद्धालुओं का पहुंचना कल से ही शुरू हो गया। आज तड़के लगाई जाने वाली पवित्र डुबकी के लिए साधु-संतों से लेकर श्रद्धालु परिवारों तक में उत्साह चरम पर है।
नयाघाट, रामघाट, लक्ष्मणघाट से लेकर गुप्तारघाट तक प्रशासन ने सुरक्षा और सफाई के पुख्ता इंतजाम किए हैं। घाटों पर प्रकाश व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य शिविर भी स्थापित किए गए हैं। श्रद्धालुओं के आवागमन को सुचारू रखने के लिए यातायात प्रतिबंधित रहेगा, वहीं, भीड़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। मठ-मंदिरों में पहले से ही विशेष आरती, कथा और दीपदान के कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। भक्ति रस में डूबी रामनगरी के वातावरण में हर तरफ राम नाम की ध्वनि गूंज रही है।
कार्तिक पूर्णिमा मेले का प्रमुख पर्व पूर्णिमा स्नान बुधवार को है। स्नान के लिए नगर के मठ-मंदिरों व धर्मशालाओं में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है। मुख्य पर्व की पूर्व संध्या पर सरयू के स्नान घाट से प्रमुख मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए दर्शनार्थियों की कतारें लगी रहीं। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना है। सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। ड्रोन के साथ ही सादी वर्दी में पुलिसकर्मी नजर रखे हुए हैं।
कार्तिक पूर्णिमा मेला 14 कोसी परिक्रमा मेले के साथ चल रहा है। मेले के प्रमुख दो पर्व 14 कोसी व पंचकोसी परिक्रमा सकुशल संपन्न हो गई है। मेले का अंतिम पर्व पूर्णिमा स्नान बुधवार को है। मेले में भीड़ के मद्देनजर मंगलवार को दूसरी बेला से ही यातायात डायवर्जन लागू कर दिया गया है। श्रीराम अस्पताल से लता मंगेशकर चौक के बीच चार पहिया व बड़े वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।