सनातन धर्म में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व माना गया है। माघ माह में आने के कारण इसे माघी अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन गंगा में स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि माघ के महीने में गंगा का जल अमृत के सामान होता है। इसमें स्नान करने मात्र से ही सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस वजह से गंगा को मोक्षदायिनी भी कहा जाता है। इस दिन प्रयागराज, हरिद्वार और काशी में विशेष स्नान किया जाता है। आइए जानते हैं कि इस साल मौनी अमावस्या कब है और स्नान दान का शुभ मुहूर्त क्या है ?

मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त

हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 21 जनवरी दिन शनिवार को सुबह 06 बजकर 17 मिनट पर होगा। यह तिथि का 22 जनवरी दिन रविवार को तड़के 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। 21 जनवरी को सूर्योदय सुबह 07 बजकर 14 मिनट है। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या 21 जनवरी शनिवार को है।

स्नान समय

आप मौनी अमावस्या को शुभ-उत्तम मुहूर्त में सुबह 08 बजकर 34 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट के मध्य स्नान कर सकते हैं। इसके बाद अपनी इच्छा अनुसार दान करें।

सर्वार्थ सिद्धि योग का समय

मौनी अमावस्या की तिथि में 22 जनवरी को सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 30 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 14 मिनट तक है।

अमावस्या पर दान

मौनी अमावस्या पर स्नान के बाद अन्न, गर्म कपड़े, फल आदि का दान किया जाता है।

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