चोपड़धार में अष्टादश महापुराण और रामकथा का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज को पहुंचना था, लेकिन वह नहीं पहुंच पाए।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज के गोलोक धाम चोपड़धार पहुंचने की सूचना पर रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन उनके नहीं पहुंचने पर उन्हें मायूस लौटना पड़ा। इस दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वीडियो संदेश भेजकर श्रद्धालुओं को भरोसा दिलवाया कि वे जल्द ही यहां पहुंचकर भक्तों की इच्छा पूरी करेंगे। यहां गोलोक धाम चोपड़धार में अष्टादश महापुराण और रामकथा का आयोजन किया गया है, जिसमें कथावाचक गोपालमणी महाराज गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने और गो की महत्ता को लेकर प्रवचन कर रहे हैं। कार्यक्रम में रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज को पहुंचना था। उनके आने की सूचना पर यहां रविवार सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था, लेकिन जब उनके यहां पहुंचने का कार्यक्रम स्थगित हुआ तो श्रद्धालु मायूस हो गए। हालांकि उन्होंने एक वीडियो संदेश के माध्यम से लोगों तक अपना संदेश पहुंचाया, जिसमें उन्होंने गोपालमणि महाराज के गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के अभियान का समर्थन किया।