विश्व की पहली वैदिक घड़ी सूर्योदय के आधार पर समय की गणना करेगी। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को भारतीय समय गणना से परिचित कराना है। लखनऊ की संस्था आरोहण बनाकर तैयार करेगी वैदिक घड़ी। घड़ी के लिए विक्रमादित्य वैदिक घड़ी मोबाइल एप जारी किया जाएगा।

विश्व की पहली वैदिक घड़ी हिंदू नववर्ष पर वेधशाला परिसर में बनाए जा रहे टॉवर पर स्थापित की जाएगी। इसका निर्माण डिजिटल तकनीक से लखनऊ में संस्था आरोहण कर रही है। जीवाजीराव वेधशाला परिसर में वैदिक घड़ी की स्थापना के लिए टॉवर तैयार किया जा रहा है। इस घड़ी को सम्राट विक्रमादित्य शोधपीठ लगाएगा। यह घड़ी इंटरनेट और जीपीएस से जुड़ी होगी, जिससे कही भी इसका उपयोग किया जा सकेगा। इस घड़ी को मोबाइल और टीवी पर भी लगाया जा सकेगा। इसके लिए विक्रमादित्य वैदिक घड़ी मोबाइल एप जारी किया जाएगा। इसका लोकार्पण आगामी 2 अप्रैल 2024 को हिंदू नववर्ष चैत्र प्रतिपदा के दिन किया जाएगा।

24 घंटे में 30 मुहूर्त बताएगी घड़ी
उज्जैन में स्थापित होने जा रही विश्व की पहली वैदिक घड़ी में ग्रीन विच टाइम जोन के 24 घंटों को 30 मुहूर्त (घटी) में बांटा गया है। इस घड़ी को मोबाइल और टीवी पर भी लगाया जा सकेगा। इसके लिए विक्रमादित्य वैदिक घड़ी मोबाइल एप जारी किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को भारतीय समय गणना से परिचित कराना है।

 

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