कार्यक्रम के पहले सत्र में निष्ठा दुचक्के, कृतिका मुळे ने हिंदी व मराठी भाषा में गीत व भजनों की प्रस्तुती दी। राग यमन में उन्होंने उन्होंने गीत गाए। इसके बाद राग कलावती में बंदिश तन मन धन तोपे वारु सुना कर श्रोतागणों की दाद बटोरी।

दत्त जयंती महोत्सव के तहत इंदौर में सात दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गऐ है। श्री केशवानंद सरस्वती आश्रम ट्रस्ट और श्री दत्त माऊली भाविक मंडल द्वारा वैशाली नगर के दत्त मंदिर में जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। पहले दिन केशवानंद सरस्वती (ताम्बे) स्वामी महाराज के कुटी परिसर में भक्तजनों ने शाम को आरती कर श्री दत्त भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।
इसके बाद संगीत महोत्सव की शुरूअात हुई। कार्यक्रम के पहले सत्र में निष्ठा दुचक्के, कृतिका मुळे ने हिंदी व मराठी भाषा में गीत व भजनों की प्रस्तुती दी। राग यमन में उन्होंने उन्होंने गीत गाए। इसके बाद राग कलावती में बंदिश तन मन धन तोपे वारु सुना कर श्रोतागणों की दाद बटोरी।
इसके बाद दत्त महाराज के प्रसिद्ध भजन दिंगबरा साई दिगंबरा से माहौल को भक्तिमय कर दिया। इसके बाद उन्होंने ओमकार स्वरूपा, विष्णु मयजग, नारायण रमा रमणा गीतों की प्रस्तुतियां दी। दोनो गायिका का साथ हार्मोनियम पर सुयश राजपूत, तबले पर धवल परिहार व विवेक थोरात ने साइड रिदम पर दिया।
पहले दिन के दूसरे सत्र में प्रमोद गायकवाड, नम्रता गायकवाड (पुणे) ने शहनाई वादन कर श्रोताओं को आनंदित किया। आधे घंटे तक हुई शहनाई वादन में खुशनुमा माहौल हो गया। कलाकार किशोर कोरडे ने तबले पर बखूबी साथ दिया। गुरुवार को ताल यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसमें सुरेश तलवलकर और उनके शिष्य गीतों की प्रस्तुती देंगे।