मिति ने शंकराचार्य, अहिल्या माता और पुजारी भालचंद्र भट्ट की प्रतिमा स्थापित करने की मांग। कहा इससे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।

इंदौर के विश्वप्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में अहिल्या माता, शंकराचार्य और ब्रह्मलीन मुख्य पुजारी भालचंद्र भट्ट की प्रतिमा स्थापित करने की मांग ने फिर से जोर पकड़ लिया है। भालचंद्र भट्ट की पुण्यतिथि पर भक्तों ने मांग की है कि मंदिर परिसर में उनकी मूर्ति की स्थापना की जाए। उन्होंने खजराना गणेश मंदिर को 50 वर्ष से भी अधिक समय तक संवारा है। वे 5 फरवरी 2015 को ब्रह्मलीन हुए और उनके गए हुए नौ वर्ष पूरे हो चुके हैं। मंदिर समिति ने मंदिर के सत्संग सभागृह में तीन प्रतिमाएं स्थापित करने की मांग की है। सन् 1735 में मंदिर में पुण्य कार्य करने वाली लोकमाता अहिल्याबाई एवं सनातन धर्म के आदि गुरु शंकराचार्य के साथ खजराना गणेश के प्रमुख साधक और तपस्या के धनी ब्रह्म स्वरूप भालचंद्र भट्ट की मूर्ति की स्थापना करने की मांग की गई। मंदिर समिति के सदस्यों ने कहा कि मंदिर परिसर में यह प्रतिमाएं होंगी तो हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। यह मांग मठ मंदिर संत संगठन एकात्मक समिति की ओर से की गई है।