घोड़े, रथ और बग्घियों पर सवार होकर ढोल नगाड़े और शंख की विजय ध्वनि के साथ संतों ने छावनी प्रवेश यात्रा निकाली। संतों के अद्भुत रूप और वैभव को देखने के लिए सड़क के दोनों किनारों पर शहरियों की भारी भीड़ जमा रही।

saints of Avahan Akhara entered the camp in royal style, the saints came out riding on horse and cart.

संगम की मखमली रेती पर नागाओं और संतों का प्रवेश जारी है। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पेशवाई के बाद रविवार को श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के संतों ने राजशाही अंदाज में नगर प्रवेश किया। घोड़े, ऊंट, रथ और बग्घियों पर सवार होकर ढोल नगाड़े और शंख की विजय ध्वनि के साथ संतों ने छावनी प्रवेश यात्रा निकाली। संतों के अद्भुत रूप और वैभव को देखने के लिए सड़क के दोनों किनारों पर शहरियों की भारी भीड़ जमा रही। रास्ते में साधु-संत भाला, त्रिशूल और तलवार के साथ करतब दिखाते हुए चल रहे थे। डीजे और बाजा की धुन पर संतों ने जमकर नृत्य किया। शरीर पर भस्म भूभूति के साथ चंदन और विभूति तिलक लगाकर साधु संतों का जत्था हर-हर महादेव के गगनभेदी नारों के साथ आगे बढ़ रहा था। तमाम जटाजूट संत छावनी यात्रा में आकर्षण का केंद्र रहे। 

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