ऋषिकेश स्थित महर्षि महेश योगी की भावातीन चौरासी कुटिया बुधवार से पर्यटकों के लिए खुल गई है। कोरोना कर्फ्यू के चलते बीते दो महीने से बंद चौरासी कुटिया को खोलने के लिए मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। राजाजी टाइगर रिजर्व अंतर्गत गौहरीरेंज के अधिकारी धीर सिंह ने इसकी पुष्टि की है।

961 में महर्षि महेश योगी ने इस स्थान को भावातीत योग के लिए पार्क प्रशासन से 40 वर्षों के लिए लीज पर लिया थी। वर्ष 1968 में इंग्लैंड के मशहूर बीटल्स ग्रुप के चार सदस्य यहां आए थे। ग्रुप के सदस्य यहां करीब चार महीने ठहरे थे। इस दौरान उन्होंने ध्यान, योग के साथ ही यहां रहकर करीब 40 गाने तैयार किए थे। जिन्हें विदेशी आज भी मंत्रमुग्ध होकर सुनते हैं। यहीं कारण है कि विदेशी पर्यटक इस आश्रम को बीटल्स ग्रुप के नाम से जानते हैं।

योग के लिए बनी करीब 140 गुबंदनुमा कुटिया और 84 छोटी-छोटी कुटिया पर्यटकों को आज भी अपनी ओर आकर्षित करती हैं। लीज समाप्त होने से पहले महर्षि महेश योगी यह स्थान छोड़कर हॉलैंड चले गए। उसके बाद पार्क प्रशासन ने अपनी जगह को अधिग्रहण कर दिया।

धीरे-धीरे यह आश्रम खंडहर में परिवर्तित होने लगा। लेकिन फिर भी विदेशी पर्यटकों का मोह इस आश्रम से कम नहीं हुआ। तब पार्क प्रशासन ने इसे दोबारा पुर्नजीवित करने का प्रयास किया। दिसबर 2015 में पार्क प्रशासन ने इसे दोबारा देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए शुल्क के साथ खोल दिया। तब से लेकर अब तक इस आश्रम से पार्क प्रशासन को करोड़ों रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है।

 

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