बौद्धिक सत्र में सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया के न्यायमूर्ति उज्जल भुयान ने कहा कि सबको अच्छे कर्म करने चाहिए और देश निर्माण के लिए प्रयास करना चाहिए। जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि महायज्ञ युवा पीढ़ी को देश निर्माण से जोड़ेगा। सिविल लाइंस में स्वामी सदानंद सरस्वती वेदांती जी महाराज के जन्मशताब्दी समारोह पर विश्वशांति और लोक कल्याण के ध्येय से पांच दिवसीय श्री विद्या कोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ चौथे दिन भी पूरे विधि-विधान से आयोजित हुआ। जिसमें स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी, असम एवं मणिपुर के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य, सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया के न्यायमूर्ति उज्जल भुयान, सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया के न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, न्यायमूर्ति आर महादेवन, युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह एवं अन्य गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्ज्वलित कर बौद्धिक सत्र का शुभारंभ किया। असम एवं मणिपुर के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सदप्रयासों से ही आज पूरी दुनिया हमारी ओर देख रही है। भारत के युवाओं को राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ को आगे बढ़ाने के लिए खूब मेहनत करनी है। यह महायज्ञ देश की तरक्की के लिए कारगर प्रयास है।

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि संत समाज की जिम्मेदारी भारत माता को संवारने की है। देश के नेतृत्व के कारण आज पूरी दुनिया में हमारा मान बढ़ा है। इस महायज्ञ में पांच दिनों तक सुहासिनी महिलाओं, युवाओं, छात्रों के द्वारा श्री ललिता सहस्त्रनाम के 1000 मंत्रों का एक करोड़ बार पाठ किया जा रहा है। कुमकुम के द्वारा माता ललिता का अर्चन किया जा रहा है।