अल्मोड़ा/द्वाराहाट। जिले में दावानल का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। नगर से लेकर गांवों तक जंगल सुलग रहे हैं। नगर के आसपास के जंगलों के साथ ही द्वाराहाट, सोमेश्वर, सल्ट, रानीखेत सहित अन्य स्थानों पर जंगलों से लगातार आग की लपटें उठ रही हैं। दूनागिरी मंदिर को अचानक आग की लपटों ने घेर लिया। चारों तरफ से जंगल की आग मंदिर के बिल्कुल करीब पहुंच गई तो श्रद्धालु जान बचाने के लिए भागे। इससे श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई, इससे बड़ी घटना होने से बच गई और श्रद्धालु सुरक्षित बच गए। कुमाऊं चीफ पीके पात्रो, मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं कोको रोशे ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। द्वाराहाट का दूनागिरी मंदिर आस्था का केंद्र है। यहां मां दूनागिरी के दर्शन के लिए हर रोज सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं। रविवार को अवकाश के चलते यहां श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही। इसी बीच जंगल की आग चारों तरफ से मंदिर तक पहुंच गई। देखते ही देखते मंदिर आग की लपटों से घिर गया, इससे श्रद्धालुओं में अफरातफरी फैल गई। श्रद्धालु बच्चों को गोद में उठाकर चीख-पुकार के साथ जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते रहे। मंदिर परिसर में संचालित प्रतिष्ठानों को बंद कर व्यापारी भाग खड़े हुए। वन कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई और श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचाया। समय रहते आग नहीं बुझाई जाती तो बड़ी घटना हो सकती थी। कुछ श्रद्धालुओं ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया। वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग के कुमाऊं चीफ पीके पात्रो, मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं कोको रोशे, डीएफओ दीपक सिंह सहित अन्य अधिकारी मंदिर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने वन कर्मियों को जंगलों की आग बुझाने के लिए तत्परता दिखाने के निर्देश दिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhand