अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में निर्माण कार्यों के बीच मंदिर व्यवस्था में अहम बदलाव देखने को मिल रहा है। अस्थायी मंदिर में रामलला के पास विराजमान रहे संकटमोचन हनुमान अब यज्ञ मंडप में विराजमान कराए गए हैं। श्रद्धालु अब यज्ञ मंडप में दर्शन लाभ ले रहे हैं। वैदिक विधियों से हनुमान जी की पूजा-अर्चना प्रतिदिन की जा रही है।
रामलला के साथ हनुमान जी भी टेंट में करीब तीन दशक तक विराजमान रहे। फिर सुप्रीम कोर्ट से राम मंदिर के हक में फैसला आने के बाद टेंट से रामलला को अस्थायी मंदिर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने विराजमान किया लेकिन हनुमान जी अस्थायी मंदिर में ही विराजमान रहे। अब अस्थायी मंदिर का नए सिरे से निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में हनुमान जी को यज्ञ मंडप में लाकर विराजित कर दिया गया है। यहां विधि-विधान पूर्वक उनकी रोज पूजा की जा रही है। मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, यह बदलाव निर्माण कार्य को सुचारू रखने और दिव्य दर्शन को व्यवस्थित बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में अन्य व्यवस्थाएं भी चरणबद्ध रूप से नई स्थाई व्यवस्था की ओर अग्रसर होंगी।
रामलला की रसोई भी अब पूर्व की अस्थायी व्यवस्था से हटाकर एक नए स्थान पर स्थानांतरित कर दी गई है। यह स्थान परकोटा के अंदर विराजमान है। अब भोग प्रसाद का निर्माण इसी रसोई गृह में किया जा रहा है। यहां साफ-सफाई और सुरक्षा के उच्चतम मानक अपनाए जा रहे हैं। वहीं, परकोटा में बने अन्नपूर्णा व माता भगवती के मंदिर के बीच सीता रसोई का निर्माण हो रहा है। यह काम दो माह में पूरा हो जाएगा। फिर इसी रसोई में रामलला का भोग निर्मित किया जाएगा।