राम मंदिर के पुजारी अब नई नियमावली के तहत ही पूजा-पाठ कराते हुए दिखेंगे। इन पुजारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जानिए अब क्या होंगे बदलाव…
राममंदिर में पूजा-पाठ के लिए प्रशिक्षित किए गए नए अर्चकों को जल्द ही राममंदिर में पूजा-पाठ की जिम्मेदारी मिल सकती है। राम मंदिर के पुजारियों के लिए नई नियमावली भी तैयार की गई है। नए पुजारियों को इस नियमावली का पालन करना होगा। नियमावली की सबसे खास बात यह है कि पुजारियों को रोटेशन के अनुसार परिसर के सभी मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए लगाया जाएगा। राममंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ़ अनिल मिश्र ने बताया कि पिछले दिनों राम मंदिर में प्रशिक्षित पुजारियों की तैनाती के लिए प्रशिक्षण अभियान चलाया गया था। 20 पुजारियों को छह माह का प्रशिक्षण दिया गया था। प्रशिक्षण पूरा करने वाले पुजारियों को प्रमाण पत्र भी दिया जा चुका है। अब इन पुजारियों को राममंदिर समेत परिसर में बन रहे अन्य मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए लगाने पर सहमति बन गई है। इसके लिए नई नियमावली तैयार की गई है। इसके तहत पुजारी राम मंदिर समेत सभी मंदिरों में रोटेशन के अनुसार पूजा-पाठ करेंगे। अलग-अलग तिथि व शिफ्ट में पुजारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। पूजा-पाठ की जो संहिता बनाई गई है, उसका पालन करना होगा। किसी के यहां प्रसव या निधन होेने पर उस पुजारी को खुद मंदिर में नहीं आना चाहिए। मतलब यह है कि अपवित्र स्थिति में मंदिर में प्रवेश वर्जित होगा। ड्रेसकोड पर भी विचार चल रहा है।