22 जनवरी का दिन रामभक्तों के लिए ऐतिहासिक बन गया। अयोध्या में भगवान श्रीराम विराजमान हो गए। योगनगरी ऋषिकेश में हर तरफ सीता-राम की गूंज रही। इस दिन को यादगार बनाने के लिए रामभक्तों ने नगर क्षेत्र में शोभायात्राएं निकाली। घरों और मठ-मंदिरों में भजन-कीर्तन हुए। दिन ढलते ही घरों से लेकर मठ-मंदिर और गंगा घाट दीयों से जगमग हो गए।
सोमवार को रामभक्तों ने नगर क्षेत्र में शोभायात्राएं निकाली। बैंड-बाजे के साथ भक्तों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाए। रामधुन पर भक्तों ने जमकर नृत्य किया।शाम तक ऋषिकेश का मुख्य बाजार से लेकर मोहल्लों में जय श्रीराम के जयकारों से गूंजते रहे। पूरा शहर राम भक्ति में डूबा रहा। घरों के ऊपर जय श्रीराम और जय हनुमान के ध्वज लहराते रहे। घरों में दोपहर से भजन कीर्तन हुए। दिन ढलते ही मानो पूरा शहर दीपावली की तरह जगमग हो गया। रामभक्तों ने गंगा घाटों पर दीये जलाए। मठ-मंदिरों को दीयों से रोशन किया गया। घरों को भी रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया।