अयोध्या। सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट द्वारा श्रीरामबल्लभाकुंज में योग गुरु स्वामी महेश योगी के सानिध्य में दिव्य योग साधना कुंभ एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर रामनगरी के प्रतिष्ठित संतों ने योग साधन कुंभ में शिरकत कर योग की महिमा का बखान किया। संतों ने कहा कि धर्म और अध्यात्म के लिए विख्यात रामनगरी अब योग के क्षेत्र में भी नया आयाम स्थापित करेगी।
योग शिविर में योग गुरु स्वामी महेश योगी ने कपालभाति, भस्त्रिका प्राणायाम, अनुलोम विलोम, भ्रामरी आदि प्राणायाम व भुजंगासन, मयूरासन, शलभासन, ताड़ासन, सूर्य नमस्कार सहित सूक्ष्म व्यायाम उपस्थित संतों व विद्यार्थियों को कराया, साथ इसके लाभ भी बताए।
उन्होंने बताया कि दिव्य भारत संस्थान के निर्देशन में 11 अप्रैल से 21 जून तक योग साधक विद्यार्थियों ने ऑनलाइन 107 विश्व रिकॉर्ड बनाकर भारत का गौरव बढ़ाया है। जिसकी सूक्ष्म क्रियाओं का प्रदर्शन भी विद्यार्थियों के द्वारा किया गया।
मणिरामदास की छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने कहा कि जिस तरह महर्षि वशिष्ठ ने योग दीक्षा से त्रेता युग में भगवान राम को दीक्षित किया। उसी तरह आज स्वामी महेश योगी अयोध्या से विश्व फलक पर योग का संदेश देने का कार्य कर रहे हैं।
जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि अयोध्या अध्यात्म व धर्म के क्षेत्र में जानी जाती है। स्वामी महेश योगी जैसे योग गुरु के कारण अब अयोध्या योग के क्षेत्र में भी एक नए आयाम रचने का कार्य कर रही है।
इस अवसर पर संतों द्वारा विश्व रिकॉर्डधारी विद्यार्थी को सम्मानित किया गया। योग कुंभ के अवसर पर श्रीरामबल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास, सांसद डुमरियागंज जगदंबिका पाल, महंत छविराम दास, महंत बलराम दास सहित अन्य मौजूद रहे।