अयोध्या। राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक के दूसरे दिन रामकथा संग्रहालय की प्रगति रिपोर्ट मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के समक्ष प्रस्तुत की गई। इंजीनियरों ने बताया कि एक साल के भीतर संग्रहालय के सुंदरीकरण का काम पूरा हो जाएगा। अप्रैल 2026 से श्रद्धालु और पर्यटक रामकथा संग्रहालय ने गैलरी के माध्यम से रामकथा का दीदार कर सकेंगे। इससे पहले नृपेंद्र मिश्र व अन्य पदाधिकारियों ने रामकथा संग्रहालय के चल रहे कार्यों को देखा।

नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि संग्रहालय में 20 गैलरी बनाई जाएगी अब तक पांच गैलरी का काम पूरा हो चुका है। तकनीक के जरिए गैलरी में रामकथा का डिस्प्ले किया जाएगा। 2026 तक अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय की गैलरी का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। बैठक में पर्यावरण की द़ृष्टि से क्या किया जाना है उस पर चर्चा हुई। परिसर से जीरो डिस्चार्ज हो, ताकि पर्यावरण की समस्या हम अयोध्या शहर को न दें। राम जन्मभूमि परिसर में पंचवटी उद्यान बनाने को लेकर भी मंथन का दौर चला। मंदिर परिसर में आठ एकड़ में पंचवटी उद्यान विकसित किया जाएगा। इसमें फलदार पेड़ और प्राचीन वृक्ष लगाए जाएंगे। रामायण कालीन वृक्षों का अध्ययन कर उन्हें खोजा जा रहा है। यह पेड़ भी मंदिर परिसर में रोपित किए जाएंगे। नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि उद्यान में रामकथा भी श्रद्धालुओं को दिखला सकें, इस पर चर्चा हुई है। बैठक में राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, निर्माण प्रभारी गोपाल राव, आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा समेत कार्यदायी संस्था व ट्रस्ट के इंजीनियर मौजूद रहे।

नृपेंद्र ने बताया पूरा मंदिर श्रद्धालुओं को हरा-भरा लगेगा। मंदिर परिसर में 60 फीसदी हरियाली होगी। एयरपोर्ट का रखरखाव करने वाली कंपनी जीएमआर की ओर से राम मंदिर परिसर में उद्यान विकसित किया जाएगा। उद्यान का रखरखाव भी यही कंपनी करेगी। जीएमआर कंपनी उद्यान के लिए कोई भी शुल्क राम मंदिर ट्रस्ट से नहीं लेगी। जीएमआर से पांच वर्ष तक के लिए समझौता हुआ है। अयोध्या। बैशाख शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर रामलला को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया। पुष्य नक्षत्र में दोपहर 12:34 बजे महाआरती के बाद रामलला को पुजारियों ने 56 भोग चढ़ाया। इसमें फल, मिष्ठान, ड्राई फ्रूट्स, समोसा, पकौड़ी, कचौड़ी, पूड़ी, सब्जी, दाल, चावल, खीर आदि शामिल रहा। इसे प्रसाद स्वरूप श्रद्धालुओं में भी वितरित किया गया। श्रद्धालु रामलला का प्रसाद पाकर आनंदित होते रहे।

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