अगहन मास कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि पर आज सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल के दरबार में हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। इस दौरान भक्तों ने देर रात से ही लाइन में लगकर अपने ईष्ट देव बाबा महाकाल के दर्शन किए। आज बाबा महाकाल भी भक्तों को दर्शन देने के लिए सुबह 4 बजे जागे। जिन्होंने मस्तक पर चन्द्रमा लगाकर भस्म आरती में दर्शन दिए। जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से भी गुंजायमान हो गया।
आज सवारी में बाबा महाकाल देंगे चंद्रमौलेश्वर स्वरूप मे दर्शन
श्री महाकालेश्वर मंदिर से भगवान श्री महाकालेश्वर की कार्तिक-मार्गशीर्ष (अगहन) माह की तीसरी सवारी आज सोमवार 10 नवम्बर 2025 को सायं 4 बजे निकलेगी। सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर स्थित सभामंडप में भगवान श्री महाकालेश्वर के चन्द्रमौलेश्वर स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन किया जावेगा। पूजन उपरांत भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर रजत पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर प्रजा का हॉल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे। पालकी को मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को सलामी (गॉड ऑफ ऑनर) दिया जायेगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया की सवारी परंपरानुसार एवं पूर्ण गरिमामय तरीके से निकाली जाएगी। सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से महाकाल चोराहा, गुदरी चोराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। वहां क्षिप्रा के जल से भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर का पूजन उपरांत सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोढ की धर्मशाला, कार्तिक चैक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चोराहा छत्री चोक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार, होते हुए पुनःश्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। सवारी में आगे तोपची, कडाबीन, श्री महाकालेश्वर बैण्ड, पुलिस बैण्ड घुडसवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान नगर वासियों को बाबा के आगमन की सूचना देते चलेंगे।