महामंडलेश्वर भवानीनंद ने शनिवार को अमर उजाला से फोन पर श्रीपंच दशनाम संत गुरुदत्त अखाड़े की आचार्य बनाए जाने की पुष्टि की। इनके अलावा किन्नर समाज के चार संतों को इस अखाड़े का महामंडलेश्वर भी बनाया गया है। अखाड़े के सह संस्थापक स्वामी आदित्यनंद गोल्ड गिरि ने अब तक 30 से अधिक किन्नर संतों के शामिल होने का दावा किया है। महाकुंभ से पहले अखाड़ों में जोड़-तोड़ तेज हो गई है। किन्नर अखाड़े से निष्कासित होने के बाद महामंडलेश्वर भवानीनंद गिरि उर्फ भवानी मां नवगठित श्रीपंच दशनाम गुरुदत्त अखाड़े की आचार्य बनाई गई हैं। पंच दशनाम संत गुरुदत्त अखाड़े की ओर से वह किन्नर संतों के लिए पहली आचार्य बनाई गई हैं।आचार्य के पद पर उनका पट्टाभिषेक करा दिया गया है। शनिवार को इसका वीडियो भी जारी किया गया। इसी के साथ जूना अखाड़े से पृथक हुए संन्यासियों के इस अखाड़े की ओर से चार किन्नर संतों को महामंडलेश्वर के पद पर विभूषित करने का एलान किया गया है। गरीब-कमजोर तबके के संन्यासियों को सम्मान देने के लिए गठित श्रीपंच दशनाम संत गुरुदत्त अखाड़े में किन्नर संतों को मिलाने की बड़ी मुहिम शुरू हुई है। वर्ष-2019 के महाकुंभ में पहली बार संन्यासियों के सबसे बड़े श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े ने किन्नर अखाड़े को अपने साथ जोड़ने की पहल की थी। तब आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में देशभर से किन्नर संत जुड़ने लगे थे।उसी कुंभ में ही किन्नर अखाड़े की ओर से पहली बार महामंडलेश्वर की पदवी किन्नरों को प्रदान की गई थी। इस बार महाकुंभ से पहले अस्तित्व में आए श्रीपंच दशनाम संत गुरुदत्त अखाड़े ने भी वंचित और निष्कासित किन्नर संतों को एकजुट कर अपने साथ जोड़ने की मुहिम चलाई है। किन्नर अखाड़े से इस्तीफा देने के बाद अलग हुईं महामंडलेश्वर भवानीनंद गिरि को इस अखाड़े का हाल में ही हरिद्वार में आचार्य बनाया गया है।

26 को पट्टाभिषेक में शामिल होंगी भवानी मां

श्रीपंच दशनाम संत गुरुदत्त अखाड़े की ओर से 26 अक्तूबर को चौफटका के अनंत माधव मंदिर के पास पांच नए महामंडलेश्वरों के पट्टाभिषेक समारोह में भवानी मां शामिल होंगी। अखाड़े की ओर से उन्हें पट्टाभिषेक समारोह का न्योता भेजा गया है।

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