दिल्ली, ऋषिकेश और प्रयागराज में यमुना संसद आयोजित की जाएगी। परमार्थ निकेतन की ओर से कई वर्षों से यमुना की स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए दिल्ली में यमुना तटों पर कवि सम्मेलन और यमुना की आरती महोत्सवों का आयोजन किया जा रहा है। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती व गोस्वामी द्वारकेशलाल ने यमुना की स्वच्छता, निर्मलता और अविरलता को बनाए रखने को लेकर विशेष चर्चा की। परमार्थ निकेतन में गोस्वामी द्वारकेशलाल की श्रीकृष्ण चरित्रामृत कथा का समापन हुआ। उसके बाद उन्होंने स्वामी चिदानंद से यमुना की स्वच्छता पर चर्चा की। स्वामी चिदानंद ने कहा कि यमुना को स्वच्छ व अविरल बनाए रखने के लिए विश्व के सभी वैष्णव भक्त, मथुरा, वृंदावन धाम के सभी कथाकार महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। परमार्थ निकेतन की ओर से कई वर्षों से यमुना की स्वच्छता के प्रति जागरूकता के लिए दिल्ली में यमुना तटों पर कवि सम्मेलन और यमुना की आरती महोत्सवों का आयोजन किया जा रहा है। इस विषय पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से भी विशेष चर्चा हुई थी। कहा कि यमुना तटों पर स्थित जिलों के पर्यावरण कार्यकर्ता, प्रकृति व जल विशेषज्ञ, धार्मिक संगठनों को आमंत्रित किया जाएगा और विज्ञान भवन दिल्ली, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश व प्रयागराज में यमुना संसद का आयोजन किया जाएगा। जिसमें यमुना तट के सभी सांसद, विधायक, मेयर, पालिकाध्यक्ष, पंचायत अध्यक्ष, ग्राम पंचायत, वन पंचायत, जल शक्ति मंत्रालय, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, शहरी आवास विकास, ग्राम्य विकास मंत्रालय और पर्यावरण विशेषज्ञ विचार-विमर्श करेंगे।