संगम तट पर डेढ़ महीने के भीतर गंगा ने दूसरी बार श्री बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया। इसके पहले सात अगस्त को गंगा जी ने हनुमानजी को स्नान कराया था। शुक्रवार को देर रात दूसरी बार संगम का जल मंदिर में प्रवेश कर गया। महंत बलवीर गिरि ने वैदिक मंत्रोच्चार और विधि विधान से मां गंगा का पूजन किया। हर-हर महादेव, जय बजरंग बली और जय गंगा मैया के जयकारे गूंजते रहे। 
मां गंगा शुक्रवार देर रात को श्री बड़े हनुमान मंदिर में फिर प्रवेश कर गईं। लगातार बढ़ रहे जलस्तर के बाद गंगाजी के मंदिर में प्रवेश करते ही हर हर महादेव, जय बजरंग बली और जय मां गंगे के जयकारे गूंजने लगे। महंत बलवीर गिरि ने विधि विधान में मां गंगा की पूजा की और उसके बाद आरती उतारी। यह दृश्य देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। लगातार बढ़ रहीं गंगा ने शुक्रवार को श्री बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश कर हनुमानजी को स्नान कराया। मंदिर के दरवाजा पर पहुंचने पर महंत बलवीर गिरि महाराज ने मां गंगा का स्वागत किया और विधि विधान से पूजा कर गंगा आरती की। इसके बाद मां गंगा ने मंदिर में प्रवेश किया। देखते ही देखते पूरा मंदिर लबालब हो गया। गंगा मां की जै के जयकारे गूंजते रहे। अब श्री बड़े हनुमानजी के विग्रह की पूजा श्री राम जानकी मंदिर में स्थापित कर नियमित पूजा अर्चना की जाएगी।