मसराड गांव की ध्याटुड़ियों (बेटियों) ने सिली गोथान स्थित शिलगुर महाराज के मंदिर में चांदी का ढोल भेंट किया। देवता से परिवार की सुख-शांति की कामना की। गांव की ध्याटुड़ियां रविवार को पारंपरिक वेशभूषा में मंदिर पहुंची थी। उन्होंने लोकगीतों पर नृत्य भी किया। उसके बाद भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। मसराड गांव की ध्याटुड़ियों ने एक साल पहले शिलगुर देवता को चांदी का ढोल चढ़ाने का निर्णय लिया था। इसको गांव की 150 विवाहित एवं अविवाहित ध्याटुड़ियों ने पूरा किया। चार किलो वजन के चांदी के ढोल को पहले सुबह हरिपुर स्थित यमुना नदी में विधि-विधान से स्नान करवाया गया। उसके बाद ढोल को गांव ले आए और पूजा अर्चना के बाद देवता को समर्पित किया गया।