
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन पहुंचे। यहां परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमारों ने शंखध्वनि व वेदमंत्रों से उनका अभिनंदन किया। गिरि ने छात्रों से वार्ता में कहा कि छोटे-छोटे सेवाकार्य जीवन को शुद्ध बनाते हैं। रविवार को परमार्थ आश्रम पहुंचे गोविंददेव गिरि ने चिदानंद सरस्वती से आत्मिक भेंटवार्ता कर विभिन्न समसामयिक विषयों पर चर्चा की। उन्होंने विश्व हाथ स्वच्छता दिवस पर परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमारों को स्वच्छता, शुचिता व शुद्धता का आध्यात्मिक महत्व समझाते हुए हाईजीन किट वितरित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हाथों को साबुन, मिट्टी, राख या गोमूत्र से धोकर स्वच्छ रखा जा सकता है। लेकिन, हाथों की शुद्धता के लिए प्रत्येक दिन कोई न कोई सत्कर्म करना आवश्यक है। इसी तरह किसी का सहयोग करना, समाज के साथ मिलकर कार्य करना, पौधरोपण करना या पौधों को पानी देना आदि छोटे-छोटे सेवाकार्य जीवन को शुद्ध बनाते हैं। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद ने स्वामी गोविंददेव को रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया।