अल्मोड़ा। जिले के शैल गांव स्थित प्राचीन पातालदेवी मंदिर को उसके मूल स्वरूप में लौटाने का प्रस्ताव शासन में लटका है। पुरातत्व विभाग ने छह माह पूर्व इसके लिए 48 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा था।नगर से पांच किमी दूर शैल गांव स्थित 17 वीं शताब्दी के पातालदेवी मंदिर में साल भर देश-विदेश के श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते हैं। पुरातत्व विभाग के मुताबिक मंदिर में गर्भगृह, चारों ओर स्तंभ, मंदिर शिखर के शिलापट्ट पर गज, सिंह और चबूतरे पर बैठे हुए नंदी की प्रतिमा ऐतिहासिक है। नवदुर्गा, अष्ट भैरव और पांच गणेश मंदिर समेत कई दुर्लभ मूर्तियां मंदिर में स्थापित हैं। वर्तमान में यह ऐतिहासिक मंदिर जगह-जगह क्षतिग्रस्त होकर अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।

सूख चुका हैं कुंड
अल्मोड़ा। पुरातत्व विभाग के मुताबिक कभी मंदिर में पानी के चार प्राकृतिक स्रोत थे। मंदिर के नीचे एक बड़ा कुंड है जिसे गौरी कुंड कहा जाता है। कभी कुंड पानी से भरा रहता था लेकिन संरक्षण के अभाव में यह सूख चुका है। मान्यता है कि इस कुंड के पानी से चर्म रोग दूर होते थे।

पातालदेवी मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए छह महीने पूर्व प्रस्ताव भेजा गया था, इसे स्वीकृति नहीं मिली है। स्वीकृति मिलने पर मंदिर को धार्मिक पर्यटन रूप में विकसित किया जाएगा।

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