क्वांसी के रामलीला मैदान में चल रहीं श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक आचार्य विजय कृष्ण ने कहा कि जहां पाप बढ़ते है, वहां धर्म का नाश होता है। सत्संग जीवन को निर्मल और पवित्र बनाता है। यह मन के बुरे विचारों व पापों को दूर करता है। उन्होंने क्षेत्र में बढ़ रही नशे और अमानवीय घटनाओं पर दुख प्रकट किया। कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए समाज को जागरूक होना पड़ेगा। कहा कि जौनसार बावर क्षेत्र जो सुख शांति के लिए जाना जाता था। अब क्षेत्र में धीरे-धीरे अत्याचार और अमानवीय घटनाएं बढ़ने लगी हैं। जिस पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए समाज को जागरूक होना आवश्यक है।