श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के सम्मान में संत समाज ने भव्य शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा मायापुर से हरकी पैड़ी पहुंची। शोभायात्रा का श्रद्धालुओं ने कई जगह पुष्प वर्षा करके स्वागत किया। आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन किया। शुक्रवार को शोभायात्रा मायापुर से शुरू हुई और तुलसी चौक, शिव मूर्ति चौक, रेलवे रोड, अपर बाजार होते हुए हरकी पैड़ी पहुंची। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में संत समाज और श्रद्धालु मौजूद रहे। गंगा सभा पदाधिकारियों ने शोभायात्रा का स्वागत किया।तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक विधि-विधान के साथ आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि और अन्य संतों को गंगा पूजन कराया। गंगा पूजन के बाद शोभायात्रा मुख्य बाजार से होकर वापस श्री निरंजनी पंचायती अखाड़े में पहुंचकर संपन्न हुई।
शोभायात्रा में अखाड़े के सचिव महंत नरेंद्र गिरि, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, अखाड़ा के सचिव महंत राम रतन गिरि, पंचायती आनंद अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि आदि मौजूद रहे।
मां गंगा की कृपा से ही इतने बड़े पद तक पहुंचा : कैलाशानंद
आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने कहा कि मां गंगा की महिमा अपार है। मां गंगा की कृपा से ही इतने बड़े पद पर पहुंचा हूं। उन्होंने कहा कि गंगा की अविरलता, निर्मलता और स्वच्छ बनाने का अभियान चलाया जाएगा। शिक्षा और विकास में निरंजनी अखाड़े का योगदान : नरेंद्र गिरी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि श्री निरंजनी पंचायती अखाड़े ने हमेशा हरिद्वार के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी काम किया। गंगा को निर्मल, अविरल बनाने के लिए संतों ने हमेशा बढ़-चढ़कर हर आंदोलन में प्रतिभाग किया है।
युवाओं को मिलेगी प्रेरणा : झा
श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष पंडित प्रदीप झा और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा ने युवा संत के रूप में आचार्य महामंडलेश्वर पद पर स्वामी कैलाशानंद गिरि को सुशोभित कर स्वस्थ परंपरा कायम की है। अध्यक्ष प्रदीप झा ने कहा कि इससे युवाओं को धर्म के प्रचार प्रसार के लिए प्रेरणा मिलेगी।