महंत बलवीर गिरि ने कहा कि यह 3952 किमी की राम जानकी पद यात्रा बिना राम और हनुमान की इच्छा के संभव नहीं है। श्री राम अपने कार्य करने का अवसर हर किसी को नहीं देते। यह शिप्रा पाठक के पूर्व जन्म के सिंचित कार्य हैं।

रामेश्वरम से अयोध्या तक 3952 किलोमीटर की पदयात्रा 105 दिन में पूरी करने वाली वाटर वूमन के नाम से चर्चित शिप्रा पाठक ने शुक्रवार को श्री बड़े हनुमानजी का दर्शन पूजन करने के बाद महंत बलवीर गिरि का आशीर्वाद लिया। बलवीर गिरि ने कहा कि राम वन गमन की अयोध्या से रामेश्वरम तक की पद यात्रा हनुमान जी के आशीर्वाद से ही संभव है। वाटर वूमन शिप्रा पाठक ने 105 दिनों में अयोध्या से रामेश्वरम तक राम जानकी वन गमन पद यात्रा कर इतिहास बना दिया है। महंत बलवीर गिरि ने कहा कि यह 3952 किमी की राम जानकी पद यात्रा बिना राम और हनुमान की इच्छा के संभव नहीं है। श्री राम अपने कार्य करने का अवसर हर किसी को नहीं देते। यह शिप्रा पाठक के पूर्व जन्म के सिंचित कार्य हैं। अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस पर शिप्रा ने सर्वप्रथम त्रिवेणी दर्शन कर बड़े हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। सभी से उन्होंने जल की हर बूंद को संरक्षित करने का निवेदन किया। आपको बताते चलें कि देश में वाटर वूमन के नाम से विख्यात शिप्रा पाठक ने 27 नवंबर को अयोध्या से अपनी राम जानकी पद यात्रा की शुरुआत की थी, जिसका समापन 11 मार्च को रामेश्वरम् में हुआ।